दिल्ली से वाराणसी बुलेट ट्रेन को लेकर सामने आई बड़ी खबर, जानें कब तक पूरा होगा बुलेट ट्रैन प्रोजेक्ट?
दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट: दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर अब संकट के बादल मंडराते हुए नजर आ रहे हैं. क्योंकि हाल ही में रेलवे बोर्ड ने नई दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड कोरिडोर की फिजिबिलटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. केवल इतना ही नहीं अधिकारियों ने हाई स्पीड अथवा सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने को लेकर भी आम सहमति नहीं दी है.
वहीं एक मीडीया रिपोर्ट का कहना है कि रेलवे बोर्ड के सचिव आरएन सिंह की अध्यक्षता में हाल ही में दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा की बैठक हुई थी. इस बैठक में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे. वहीं एक अधिकारी ने कहा कि इस बैठक में फिजिबिलटी रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है.
क्या है अड़चन ?
इस फीजिबिलिटी रिपोर्ट में नेशनल हाईवे 2 के अलावा बुलेट ट्रेन कोरिडोर बनाने का सुझाव भी दिया गया था. जिसमें जमीन का अधिग्रहण सस्ती दरों पर हो सके और निर्माण की लागत भी कम हो. कोरिडोर के निर्माण पर तकरीबन 2.5 लाख करोड़ रुपए के खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. हालांकि इसकी असली लागत डीपीआर बनने के बाद ही पता चल सकेगी.
वहीं इस कॉरिडोर के बनने में तकनीकी समस्या सबसे बड़ी यह है कि नेशनल हाईवे 2 दिल्ली से वाराणसी के बीच तमाम स्थानों पर मोड़ है. जो कि 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए यहां हाई स्पीड कोरिडोर एकदम सीधा होना चाहिए. अब यहां इतने मोड़ के साथ बुलेट ट्रेन को चलाया जाना वर्तमान में संभव नहीं है.
क्यों एकमत नहीं हो सकते हैं अधिकारी ?
दरअसल समस्या यह है कि मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को दिसंबर 2023 में पूरा किया जाना था. लेकिन अभी इस के पूरे होने के कोई भी आसार नहीं दिख रहे. साथ ही यह कब तक पूरी होगी इसके बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता ? क्योंकि गुजरात में तो वर्तमान में इसको लेकर केवल खंभे खड़े हैं.
वहीं महाराष्ट्र में जमीनी स्तर पर भी कोई काम नहीं हुआ है. देरी के चलते परियोजना की लागत भी काफी हद तक बढ़ चुकी है. अधिकारियों का कहना है कि हाई स्पीड कोरिडोर बनाने में तकरीबन 200 करोड रुपए प्रति किलो मीटर का खर्चा पड़ रहा है. इसलिए 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत ट्रेन ही यहां चलाई जाएगी.
सरकार ने आम बजट में इसकी घोषणा की है. जिसके तहत देश भर में 400 वंदे भारत ट्रेन चलाई जाने की बात कही गई. लेकिन ये ट्रेन कब तक चलेगी इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता !