दिल्ली वाहन मालिक ध्यान दें ! अब सड़कों पर ही नहीं घर पड़े वाहन का भी कटेगा चालान
दिल्ली में वाहनों से लगातार बढ़ते प्रदूषण और नागरिकों की इस विषय की अवहेलना को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बिना वैद्य प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र वाले वाहन मालिकों को ई नोटिस भेजना शुरू कर दिया है. अर्थात अब जिस व्यक्ति के पास पीयूसी नहीं है उसे सरकारी नोटिस का सामना करना पड़ेगा तथा उसे जुर्माना भरने के लिए भी तैयार रहना होगा.
नोटिस में 7 दिन का समय !
इस विषय में परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नोटिस भेजने के बाद अगर कोई भी वाहन मालिक 1 सप्ताह के अंदर अपना पीयूसी प्रमाणपत्र बना लेता है तो उसके खिलाफ कोई कानूनी कवायद नहीं की जाएगी. लेकिन अगर कोई वाहन मालिक ऐसा नहीं करता है तो उसके मोबाइल पर 10 हजार रुपए का चालान भेज दिया जाएगा और वर्चुअल तौर पर इसकी जानकारी अदालत को दी जाएगी.
दिल्ली में पीयूसी सर्टिफिकेट की आवश्यकता
क्योंकि परिवहन विभाग का कहना है कि मौजूदा समय में दिल्ली में तकरीबन 13 लाख दो पहिया और 3 लाख कारों समेत तकरीबन 17 लाख से अधिक वाहन ऐसे हैं जिनका कोई भी वैद्य पीयूसी प्रमाणपत्र नहीं है. और वह सड़कों पर चल रहे हैं.
ऐसे वाहन प्रदूषण में भारी भरकम इजाफा कर रहे हैं और यह किसी भी तरीके से सुरक्षित नहीं कहे जा सकते. इनमें से 2000 वाहन मालिकों को अब वैध पीयूसी प्राप्त करने के लिए ई नोटिस भेजकर कहा गया है. यदि वाहन मालिक इसे समय पर प्राप्त नहीं करते हैं तो उन्हें 10 हजार रुपए का जुर्माना भरना होगा.
क्यों उठाया गया है यह कदम?
सरकार पीयूसी के मामले अधिक सख्ति इसलिए कर रही है क्योंकि अब कुछ ही समय के बाद प्रदूषण बढ़ने का समय नजदीक आ रहा है. ऐसे में अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि प्रदूषण को जितना हो सके उतना कम किया जाए. वैद्य पीयूसी प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए लोगों को चेतावनी देना इस दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है. ताकि लोग पर्यावरण का महत्व समझें और इसे सुरक्षित करने में अपना योगदान दें.