दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे : इन गांव और शहरों की चमकी किस्मत, जिन के बीचों बीच से होकर गुजरेगा ये एक्सप्रेसवे
नई दिल्ली : देश की प्रगति में विकास के चार चांद लगा देने वाला दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य में तेजी देखी जा रही है. और माना जा रहा है कि कुछ ही समय में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा जिसके बाद दिल्ली से मुंबई आना जाना बेहद आसान होने वाला है. रिपोर्ट का कहना है कि इस प्रोजेक्ट का तकरीबन 70% से अधिक कार्य पूरा हो चुका है. ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि साल 2023 में इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. वहीं सरकारी प्रवक्ता की मानें तो इस प्रोजेक्ट की लागत 9,800 करोड़ रुपए है.
एक्सप्रेस वे बनने से होंगे यह बड़े फायदे
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य के संपन्न होने के बाद दिल्ली से मुंबई का सफर बेहद आसान हो जाएगा. यह सफर तकरीबन 13 50 किलोमीटर से बनता है. इसके साथ ही इस एक्सप्रेस-वे के साथ इससे जुड़ने वाली जमीन की कीमतों में भी जबरदस्त इजाफा होने वाला है.
इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यहां इस एक्सप्रेस के आसपास के प्लॉट और प्रॉपर्टी के दाम बढ़ जाएंगे. और यहां मुंबई एक्सप्रेस वे से दिल्ली से दक्षिण की तरफ जाने वाला तकरीबन 50 फीसदी ट्रैफिक भी डाइवर्ट हो जाएगा. जिससे लगातार बढ़ रही ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए भी यह एक कारगर कदम होगा.
गौरतलब है कि यह सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है. जिससे देश में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को बनाया जाना एक बड़ा कदम माना जा रहा है. इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से रीयल इस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे साथ ही अन्य योजनाओं को भी बढ़ावा मिलेगा.
इन शहरों को मिलेगा बड़ा फायदा – बीचों बीच से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे बनने का सबसे बड़ा फायदा निम्नांकित शहरों को होने जा रहा है. जिसमें गुड़गांव, अलवर, भरतपुर, दौसा, टोंक, बूंदी, कोटा, रतलाम, नीमच और वडोदरा समेत कई छोटे गांवों को होने जा रहा है. यही कारण है कि यहां दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का कार्य शुरू होने से पहले ही इन इलाकों में प्रॉपर्टी के दाम बेहद बढ़ चुके हैं.