दिल्ली खबर: कुतुब मीनार से भी ऊँचा ट्विन टावर गिराया जाएगा, 15 सेकंड में ढह जायेगा ये टॉवर, 3700kg विस्फोटक लगाया गया है इसके नीचे
Noida Twin Tower: दिल्ली में स्थित कुतुब मीनार से भी ऊंचे और विशाल नोएडा में स्थित सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर को 28 अगस्त को ध्वस्त कर दिया जाएगा. यह सुपरटेक ट्विन टावर में तकरीबन 10 सेकंड धमाका होगा और इस धमाके के बाद 15 सेकेंड के अंदर ही यह ऊंची इमारते ढह जाएगी. ध्वस्त होने के बाद ट्विन टावर भारत में ध्वस्त की जाने वाली सबसे ऊंची इमारत बनेगी.
आपको बता दें कि इसके ध्वस्तीकरण के लिए तकरीबन 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाना है. इस लिहाज से यह भारत की पहली ऐसी बिल्डिंग होगी जिसे नष्ट करने के लिए इतने भारी मात्रा में विस्फोटक सामान का प्रयोग किया जाना है.
जान लीजिए ध्वस्तीकरण की अहम बातें
- 28 अगस्त 2022 के दिन नोएडा के ट्विन टावर ध्वस्त होने वाली भारत की सबसे ऊंची इमारत बनने जा रही है.
- यह ध्वस्तीकरण मुंबई की ‘एडिफिस इंजीनियरिंग’ कंपनी दक्षिण अफ्रीका की अपनी साझेदारी कंपनी जेट डिमोलिशंस के साथ मिलकर करेगी.
टावर में तकरीबन 10 सेकंड धमाका किया जाएगा जिसके बाद धूल का गुबार छंटने में तकरीबन 10 मिनट का समय लगेगा. जिसके बाद महज 15 सेकेंड से भी कम समय में यह इमारत ढह जाएगी और इससे तकरीबन 55000 टन मलबा निकलेगा.
इस अवैध ट्विन टावर को ध्वस्त करने के लिए यहां तकरीबन 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाना है. विस्फोटकों में मुख्य डोनेटर, इमल्शन और शॉक्ड ट्यूब का उपयोग होगा.
- अनुमान है कि इस इमारत के ध्वस्त होने से तकरीबन 35000 घन मीटर मलबा और धूल का गुबार पैदा होगा. इस मलबे को ढोने के लिए यहां ट्रक तकरीबन 1200 सौ से 1300 चक्कर लगाएंगे.
- ट्विन टावर के ढहने के बाद इसमें से तकरीबन 4000 टन लोहा और इस्पात निकलने की संभावना है. जिसका इस्तेमाल एडिफिस ध्वस्तीकरण की लागत वसूलने के तौर पर करने जा रही है.
- सुपरटेक के ट्विन टावर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गिराए जा रहे हैं.