उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे बनाएगा अडानी ग्रुप, इकट्ठे किए 10,238 करोड़ रुपए
नई दिल्ली, अडानी समूह :— गौतम अडानी और उनकी कंपनी पर हमेशा से ही सियासी बादल गर्म रहते हैं और उनसे सरकार के नजदीकी संबंध होने के आरोप भी लगते हैं. लेकिन हाल ही में गौतम अडानी की कंपनी को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है जिसमें ग्रुप को गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए फंड की व्यवस्था मिली है.
इस विषय में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने स्वयं इस बात की जानकारी दी है और कहा है कि उनकी पूर्ण स्वामित्व वाली तीन सब्सिडीयरीज ने उत्तर प्रदेश में 6 लेन वाले गंगा एक्सप्रेस परियोजना के लिए फंड की व्यवस्था कर ली है. वहीं इस विषय में कंपनी ने कहा है कि यह परियोजना सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत विकसित की जा रही है और इसके लिए उन्हें 10,238 करोड़ रुपए का फंड प्राप्त हुआ है.
बता दें कि अब इस एक्सप्रेस-वे के शामिल होने से अडानी समूह के सड़क कारोबार में 18 परियोजनाएं शामिल हो चुकी हैं और इन योजनाओं के तहत 6,400 किलोमीटर लंबे लेन का विकास किया जाना है. जो कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, पश्चिम बंगाल समेत 10 राज्य में संचालित होनी है.
गौरतलब है कि कुल 30 साल की अवधि वाला गंगा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. जिसके निर्मित होने में अभी 3 साल का समय लगना अनुमानित है.
इस प्रोजेक्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश में मेरठ और प्रयागराज के बीच किया जा रहा है. जिसका नाम यहां की ख्याति अनुरूप गंगा एक्सप्रेसवे दिया गया है. यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा और इसकी डिजाइन, निर्माण, वित्त और परिचालन के साथ विशेष मॉडल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
Adani Enterprises की ये तीन Subsidiaries करेंगी विकास
यहां अडानी एंटरप्राइजेस की 3 सब्सिडियरीज बदायूं हरदोई रोड प्राइवेट लिमिटेड, हरदोई उन्नाव रोड प्राइवेट लिमिटेड और उन्नाव प्रयागराज रोड़ प्राइवेट लिमिटेड तीनों मिलकर इस परियोजना का विकास करेंगी.
जिसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 10,238 करोड़ रुपए की समूची कर्ज आवश्यकताओं को समझते हुए इसे पूरा करने की सहमति दी है. और इस विषय में अडानी एंटरप्राइजेस के सड़क कारोबार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी. माहेश्वरी ने विस्तृत जानकारी पेश की है.