चित्रकूट से दिल्ली पहुंचिए मात्र 5 घंटे में, शुरू हुआ 15 फ्लाइओवर और 250 पुल वाला बुंदेल एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे:– उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो चुका है जिसका लोकार्पण 16 जुलाई को हो गया है. इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण मौजूदा प्रधानमंत्री ने किया साथ ही एक जनसभा भी आयोजित हुई. खास बात यह है कि यह रिकॉर्ड समय और अनुमानित लागत से कम खर्च में बना है. यह लोगों को देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंचने में सहूलियत देता है. इसके साथ ही यह औद्योगिक विकास को भी गति देगा.
क्या है इस एक्सप्रेस वे की खास बातें ?
1–बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बन जाने से चित्रकूट बांदा, महोबा, हमीरपुर और जालौन के लोगों के लिए दिल्ली का सफर काफी हद तक आसान हो गया है. क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे पर 250 से ज्यादा छोटे पूल, 15 से अधिक फ्लाईओवर समेत 6 टोल प्लाजा और 12 से अधिक बड़े पुल और 4 रेल पुल बनाए गए हैं. साथ ही यहां 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध है.
2–बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 296 किलोमीटर है जिसमें चार लेन चौड़े बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ अतिरिक्त जमीन भी है. जिससे यदि भविष्य में गाड़ियों की आवाजाही बढ़ती है तो इसे चौड़ा करके 6 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा.
3–वर्तमान समय में चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में तकरीबन 700 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी जिसमें तकरीबन 12 से 14 घंटे का समय लगता था. लेकिन यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद यह दूरी 630 किलोमीटर है गई है जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह सफर भी 5 से 6 घंटे में पूरा हो जाएगा.
4–एक्सप्रेस-वे पर कोई पशु ना आ जाए इसके लिए दोनों तरफ कटीले तार का बाड़ लगाया गया है. इसके अलावा एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ 7 लाख पेड़ पौधे भी लगाए गए हैं. इनके बावजूद यदि कोई भी पशु सड़क पर आ जाता है तो कैटल कैचर व्हीकल की व्यवस्था की गई है ताकि उसे सुरक्षित किया जा सके.
5–बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे कनेक्टिविटी में सुधार के साथ ही साथ विकास को भी बढ़ावा देगा. इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. बांदा और जालौन जिले में इस एक्सप्रेस वे के समीप औद्योगिक कॉरिडोर बनेगा काम पहले ही शुरू हो चुका है.