अक्टूबर से नए रूटों पर चलेगी DTC और क्लस्टर बसें, जानें कौनसे रूट में हो रहे है बड़े बदलाव

New Delhi, Delhi Transport Corporation :– देश के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन में से एक डीटीसी की सार्वजनिक बस परिवहन सिस्टम में अब तकरीबन 20 साल बाद नया बदलाव होने जा रहा है.

क्योंकि पिछले कुछ समय में दिल्ली की आबादी बढ़ी है. साथ ही यहां मेट्रो के लगातार विस्तार और नए बिजनेस सेंटर के बनने के चलते एनसीआर एरिया के डिवेलप होने और अनधिकृत कॉलोनी और ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बदलाव के बाद अब लोगों की परिवहन संबंधी आवश्यकताओं में भारी बदलाव हुआ है.

और इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए डीटीसी और क्लस्टर बसों के रूट में भी बड़ा बदलाव की जाने की योजना चलाई जा रही है. जिसके तहत यहां यात्रियों की बढ़ती तादाद और उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नए बस रूट तैयार किए जा रहे हैं. जिसके तहत यहां डीटीसी और क्लस्टर बसों की उपलब्धता और उनकी फ्रीक्वेंसी भी तय की गई है.

4,000 अतिरिक्त बसें चलाए जाने की प्लानिंग

वर्तमान समय में दिल्ली में डीटीसी और क्लस्टर स्कीम की मिलाकर तकरीबन 7,300 बसें चलती है और अब सरकार का लक्ष्य है कि आगामी 4 सालों में इन बसों की संख्या को बढ़ाकर तकरीबन 11,000 कर दिया जाए. इन रूट का नया स्वरूप ध्यान में रखते हुए सरकार भविष्य में इन बसों को लाने का विचार बना रही है.

जैसे कि सभी मानक रूटों पर जहां सामान्य आकार की 12 मीटर लंबी बसें चलेंगी वहीं फीडर रूटों के लिए यहां 9 मीटर की मिनी बसें या मीडी बसें लाई जानी है. सबसे अहम बात यह है कि यह सभी नई बसें इलेक्ट्रिक बसें होगी जो स्टेज कैरिज बसों के रूप में चलने जा रही है. वहीं मेट्रो की फीडर बसों को भी इन्हीं फीडर रूटों के अनुसार चलाया जाएगा.

इस विषय में परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किए जाने वाले इस बदलाव से बसों की फ्रीक्वेंसी में भी सुधार होगा और आम जनता के अलग-अलग रूटों पर जाने के लिए उन्हें स्टॉप पर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. यहां सभी प्रमुख रूटों पर Peak hours में पांच-पांच मिनट की देरी पर सभी बसें मिला करेंगी और इनकी विस्तृत जानकारी विभाग की वेबसाइट (www.transport.delhi.gov.in) पर भी अपलोड कर दी गई है.

वहीं आम जनता से कहा गया है कि इन रूटों में किए जाने बदलाव के संबंध में अगर उनके कोई भी सुझाव अथवा आपत्तियां है तो वे 2 महीने के अंदर विभाग को मेल करके अपने सुझाव और आपत्तियां के साथ प्रतिक्रियाएं दर्ज करा सकते हैं. इस हेतु आप विभाग की ईमेल आईडी delhirrcell@gmail.com पर ईमेल करके अपने सुझाव अथवा अन्य कोई भी जानकारी प्रेषित कर सकते हैं.

कुल 6 श्रेणियों में बांटे गए हैं 91 नए बस रूट

CBD circulator– 3

यह रूट दिल्ली के मुख्य व्यापारिक और वाणिज्य केंद्रों के बीच कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएंगे अथवा उनमें सुधार करेंगे. जिन पर तकरीबन 5 से 10 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर बसें चलेंगी.

Super trunk route– 2

सुपर ट्रंक रूट शहर के अन्य प्रमुख केंद्रों से व्यापारिक और वाणिज्य केंद्रों के बीच कनेक्टिविटी मुहैया करवाएंगे और इन पर भी तकरीबन 5 से 10 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर बसें चलेंगी.

Primary routes– 18

यह ऐसे प्राथमिक रूट होंगे जो शहर के विभिन्न आवासीय क्षेत्रों से अन्य उप वाणिज्य और व्यापार क्षेत्र के बीच कनेक्टिविटी मुहैया करवाएंगे. इन पर 10 से 20 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर बसें चलेंगी.

Airport service– 4

एयरपोर्ट सर्विस रूट शहर के प्रमुख केंद्रों को एयरपोर्ट हेतु कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे और इन्हें एयरपोर्ट एक्सप्रेस रूटों के रूप में संचालित किया जाएगा. जिन पर 10-10 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर बसें चलेंगी.

Last mile feeder routes–53

यह रूट दिल्ली के विभिन्न छोटे गांव और आवासीय क्षेत्र के नजदीकी ट्रंक रोड, प्राइमरी रूट और मेट्रो स्टेशन के लिए कनेक्टिविटी देंगे. जिन पर 7 से 15 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर बसें चलेंगी.

NCR route –11

दिल्ली एनसीआर के बीच आने जाने वाले लोगों की सहूलियत हेतु इन रूटों को तैयार किया जाएगा. जिन पर 20 मिनट की फ्रीक्वेंसी में बसें चलाई जाएंगी.

इनके साथ ही साथ सुपर ट्रंक रूट के तहत पहले से चल रहे 4 रूटों में और प्राइमरी रूट के तहत पहले से संचालित 37 रूटों के साथ एयरपोर्ट रूट के तहत एक रूट में बदलाव भी किया गया है.

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