अब दिल्ली से मुंबई पहुँचेंगे 12 घंटे से कम समय में, 12 लेन से गुजरेगी गाड़िया

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे: दिल्ली, दिल्ली एनसीआर से मुंबई तक का सफर करने वाले वाहनों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. क्योंकि मुंबई से दिल्ली एक्सप्रेस वे पर वाहन जल्द ही नजर आने वाले हैं. इन यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी यह है कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट का तकरीबन 70% काम पूरा हो चुका है और इस एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने के बाद ही दिल्ली से मुंबई पहुंचने की राह बेहद आसान हो जाएगी.

कुछ समय पहले ही सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स को लेकर जानकारी साझा की थी. दरअसल दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को 8 लेन का बनाया जा रहा है. इसके साथ ही भविष्य में इसमें 4 लेन बढ़ाकर इसे 12 लेन तक कर देने की भी योजना है. इस कार्य हेतु 21 मीटर चौड़ाई की एक मीडियन भी बनाई जा रही है, ट्रैफिक का दबाव बढ़ता ही मीडियन को घटाकर एक्सप्रेस वे को आसानी से चौड़ा भी किया जा सकेगा.

क्यों है यह प्रोजेक्ट खास!

यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से मुंबई की दूरी कम करने के साथ ही साथ दोनों की कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए 2018 का एक प्रोजेक्ट है. जिसे साल 2019 में शुरू कर दिया गया था. आपको बता दें कि यह प्रोजेक्ट ना केवल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाएगा. बल्कि दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा यह हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात में भी विकास को रफ्तार देगा.

यह प्रोजेक्ट दिल्ली–फरीदाबाद–सोहना खंड के कॉरीडोर के साथ ही साथ जेवर एयरपोर्ट और मुंबई में स्थित जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को एक छोटे संपर्क मार्ग माध्यम से जुड़ेगा. इस एक्सप्रेस वे से जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वड़ोदरा और सूरज जैसे आर्थिक केंद्र की कनेक्टिविटी बेहतर होने वाली है.

Point:– इस प्रोजेक्ट की खास बात यह भी है कि एशिया का पहला और दुनिया का दूसरा ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिसमें वन्यजीवों की आवाजाही की सुविधा के लिए पशु हवाई पुल की सुविधा भी होगी. यहां 2 आठ लेन की सुरंगे होंगी इनमें से पहली मुकुंदरा अभ्यारण के नीचे से 4 किलोमीटर लंबी बन रही है. वहीं दूसरी सुरंग माथेरान पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र में 4 किलोमीटर लंबाई की होगी.

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