दिल्ली की ये सड़क बन चुकी है वर्ल्ड क्लास, मायापुरी से मोती बाग तक मिलने जा रही है विशेष सुविधाएं

नई दिल्ली : यूं तो देशभर में कई सड़क निर्माण कार्य निर्माणाधीन है. जिन पर कार्य तेजी से चल रहा है. लेकिन राजधानी दिल्ली में कुल 540 किलोमीटर लंबी सड़कों को यूरोपियन सड़कों की तर्ज पर बनाए जाने की योजना चल रही है. जिनमें से कुछ नई सड़कों का निर्माण किया जाएगा. वहीं कुछ पुरानी सड़कों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस किया जाएगा और इनका मरम्मत कार्य करवाया जाएगा.

बता दें कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य राजधानी की सभी सड़कों को यूरोप की सड़कों जैसा बनाना है. यहां खुशी की बात यह है कि प्रोजेक्ट में निर्माणाधीन कार्य में से एक सड़क का सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है. और अब मायापुरी चौक से मोती बाग तक रिंग रोड़ का यह हिस्सा बिल्कुल यूरोपियन सड़क की तरह तैयार हो गया है.

पूरा हुआ मॉडर्न सुंदरीकरण

यहां सौंदर्यीकरण कार्य के तहत इस सड़क के किनारे लाल रंग का एक साइकिल ट्रैक निर्मित किया गया है. और दोनों तरफ लोगों को पैदल चलने के लिए वाकिंग ट्रेक भी मुहैया करवाए गए हैं. यह स्ट्रेच तकरीबन 8.5 किलोमीटर लंबा है. जिसे पीडब्ल्यूडी ने दोबारा निर्मित किया है. इससे दिल्ली कैंट से लेकर धौला कुआं फ्लाईओवर तक जो भी फॉरेस्ट एरिया है उसमें सौंदर्यकरण का कोई भी काम नहीं किया गया है. 8.5 किलोमीटर लंबे स्ट्रेच में यहां केवल 4.5– 5 किलोमीटर हिस्से में ही सौंदर्यीकरण का काम किया गया है और रिंग रोड़ के हिस्से में इसका कार्य पूरा हो चुका है.

क्या होगी विशेष सुविधाएं?

जिसके चलते यह पहली ऐसी रोड़ होगी जहां लोगों को विशेष सुविधाएं प्राप्त होगी. रिंग रोड में यहां जिस स्थान पर स्ट्रेच ज्यादा है वहां पर साइकिल ट्रैक बनाए गए हैं. और लोगों को बैठने के लिए बेंचो का निर्माण भी किया गया है. साथ ही इस पूरे क्षेत्र को पूरी तरह से ग्रीन कवर एरिया के रूप में डेवलप किया गया है.

रोड के दोनों तरफ आपको तकरीबन 3 दिन किलोमीटर चौड़े वाकिंग ट्रेक मिलते हैं और रिंग रोड पर जहां बस स्टेशन है उसके ठीक पास ही साइकिल स्टैंड भी बनाए गए हैं. केवल इतना ही नहीं यहां बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ऑफिस के पास कैफिटेरिया भी बनाया जाना है. इस निर्माण कार्य के बाद ही अब चरणबद्ध तरीके से आगे की सड़कों का सुंदरीकरण भी किया जाना है.

जिनमें भी यही तमाम सुविधाएं जोड़ी जाएंगी. यह प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद दिल्ली की तमाम सड़कें बिल्कुल यूरोप की सड़कों की तर्ज पर तैयार हो जाएंगी. जहां पर हर व्यक्ति की आवश्यकताओं का ख्याल रखते हुए यातायात को सुगम बनाया जा सकेगा. हालांकि इस कार्य में अभी समय लगेगा.

Similar Posts