दिल्ली : शराब पर लगातार मिलता रहेगा डिस्काउंट, 1 महीने तक जारी रहेगी नई पॉलिसी
दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी को लेकर कन्फ्यूजन कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है और इसी वजह से हाल ही में अचानक दिल्ली की शराब की दुकानों पर लंबी-लंबी कतारें लग गई. दरअसल लोगों को लगा कि अगर 1 अगस्त से पुरानी पॉलिसी वापस आएगी तो कुछ दिनों तक शराब की कीमतों पर उसका असर पड़ सकता है.
इसी बात को देखते हुए अब सरकार ने यह फैसला ले लिया है कि वर्तमान समय में चल रही पॉलिसी को एक महीने अर्थात अगस्त माह तक के लिए और आगे बढ़ा दिया गया है अर्थात शराब पर चल रहा डिस्काउंट ऑफर जारी रहेगा.
सूत्रों की मानें तो उनके पास यह खबर आ रही थी कि अगर अचानक से पुरानी पॉलिसी लागू कर दी जाती है तो लोग पैनिक बांईग (किसी मुसीबत से डरते हुए ज्यादा खरीदारी करना) शुरू कर देंगे और इसी बात को देखते हुए अधिकारियों ने यह फैसला लिया है कि वर्तमान समय में चल रही पॉलिसी को 1 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया जाए हालांकि इसका आधिकारिक आदेश अभी नहीं आया है.
दिल्ली में अफरा-तफरी का माहौल :- हाल ही में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि मौजूदा विवादों के बीच दिल्ली में फिर से नवंबर 2021 से पहले वाली पॉलिसी ही लागू की जाएगी. यानी दिल्ली में अब सरकारी शराब के ठेके फिर से चलेंगे और प्राइवेट ठेके बंद हो जाएंगे लेकिन ऐसा करने के लिए एक कैबिनेट आदेश की जरूरत भी होगी और उसमें वर्तमान थोड़ा वक्त लग सकता है.
सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट को कोई भी फैसला लेने और उसके उपराज्यपाल के जरिए नोटिफिकेशन करवाने में किसी भी हालत में 48 घंटे से कम समय नहीं लगेगा. अर्थात फैसला लेने में ही 1 अगस्त की डेडलाइन पार हो जाएगी. इसमें नोटिफिकेशन के बाद उस पर अमल करने और दोबारा सरदार दुकानों को खोलने में भी कुछ दिनों का वक्त लगेगा.
तब तो कन्फ्यूजन और ज्यादा बढ़ जाएगा और दिल्ली में अफरा-तफरी का माहौल बन सकता है. इन वस्तुओं को मद्देनजर रखते हुए ही यह फैसला किया गया है कि मौजूदा शराब नीति को ही अगस्त महीने तक चालू रहने दिया जाए ताकि फैसलों को लागू करवाने के लिए पर्याप्त वक्त मिल पाए. इसके अलावा उपभोक्ताओं को भी ज्यादा परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
हालांकि नई शराब नीति से दिल्ली के शराब कारोबारी बिल्कुल भी खुश नजर नहीं आ रहे हैं और पिछले कुछ समय से देखा गया है कि कई शराब कारोबारी अपनी दुकानें बंद कर रहे हैं. स्पष्ट रूप से दिल्ली में अभी शराब नीतियों को लेकर तनाव का माहौल है और सरकार भी इस विषय में कोई बेहतर निर्णय कर पाने में वर्तमान समय में असक्षम है.