दिल्ली से जयपुर 278 KM इलेक्ट्रिक हाईवे बनकर हुआ तैयार, अब घंटों का सफर होगा मिनटों में तय

National Highway for electric vehicle (इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग) :– आगामी भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों से खासी उम्मीदें दिखाई पड़ रही है जिसके तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दिन ब दिन नए एक्सपेरिमेंट भी किए जा रहे हैं. और इसका ताजा उदाहरण अब दिल्ली से जयपुर हाईवे के तौर पर सामने आया है.

जिसके तहत हाल ही में दिल्ली से जयपुर हाईवे हेतु दूसरे और अंतिम चरण के ट्रायल रन की शुरुआत कर दी गई है. बता दें कि इस ट्रायल रन की शुरुआत दिल्ली के इंडिया गेट से की गई है. जिसमें 278 किलोमीटर हाईवे पर इलेक्ट्रिक बस और कार को 1 महीने के लिए वहां लगे चार्जर और तकनीकी के साथ ट्राई किया जाएगा.

क्या है उद्देश्य ?

बता दें कि यहां नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत 500 किलोमीटर के देश के पहले अंतर राज्य इलेक्ट्रिक हाईवे का 210 किलोमीटर का पहला चरण 2021 में ही पूरा कर लिया था. जिसके बाद यहां 500 किलोमीटर का यह इलेक्ट्रिक हाईवे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से होकर गुजरना है. और इस पूरे सफर में यहां 20 चार्जिंग स्टेशन और 10 इंका डिपो बनाए जाने की तैयारी की जा रही है.

पूरे 1 महीने चलेगा ट्रायल

वहीं इस विषय में नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अभिजीत सिन्हा ने कहा है कि यहां 1 महीने तक ट्रायल से रोड की वास्तविक स्थिति को ध्यान में रखा जाएगा. जहां यहां के प्रदर्शन, जाम और बारिश जैसी परिस्थितियों का समय समय पर अनुमान लगाया जा सकेगा. बता दे कि यहां अकेले दिल्ली जयपुर हाईवे 12 चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है.

किन बातों का रखा जाएगा ध्यान ?

इस ट्रायल रन में कुछ चीजों का विशेष तौर से ध्यान रखा जाएगा. जिसमें की इलेक्ट्रिक बस में 1 सीट का किराया, एक इलेक्ट्रिक कार का 1 दिन का किराया, 1 किलोमीटर नेशनल हाईवे को इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की लागत और 1 साल में इस पर चलने वाले प्रत्येक इलेक्ट्रिक वाहन से होने वाली बचत को अहम तौर पर ध्यान में रखा जाएगा.

रिपोर्ट्स के अनुसार यहां पहले चरण में यह सुनिश्चित किया गया था कि प्रत्येक आधे घंटे में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को हाईवे पर आपातकालीन तकनीकी सहायता मिल सके, वाहन ऑपरेटर 30% कम कीमत पर वाहन खरीद सके और 3 वर्षों में चार्जिंग स्टेशन में लगने वाली लागत को वसूला जा सके.

अब ऐसे में यहां इलेक्ट्रिक हाईवे बनने से लोगों को खासा उम्मीदें भी हैं. जिससे कहा जा रहा है कि यह सफर आसान होगा साथ ही काफी सस्ता भी होगा. दिल्ली जयपुर हाइवे पर इलेक्ट्रिक बस और कैब सेवाओं की शुरुआत होने के बाद यहां इलेक्ट्रिक गाड़ियों का खर्चा महज 1 रुपए प्रति किलो मीटर आने का अनुमान है.

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