गुड़गांव से गुजरेगा दुनिया का सबसे लंबा ई हाईवे, हर 2 KM पर होंगे चार्जिंग पॉइंट
मिलेनियम सिटी के बीचो-बीच से निकलने वाले देश के पहले हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल पर तकनीकी ट्रायल का काम शुरू हो चुका है. तकनीकी ट्रायल के बाद अब पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन वाले सभी डीजल और पेट्रोल वाहन अब यहां से हटाए जाएंगे. उनकी जगह अब यहां ई बस और टैक्सी ही चलाई जाएंगी.
पहले इसका शुरुआती प्वाइंट गुड़गांव था. लेकिन अब इसे दिल्ली के इंडिया गेट तक कर दिया गया है. इस स्ट्रेच को 9 सितंबर तक खोले जाने की बात कही जा रही है. इसी के साथ दिल्ली से जयपुर के बीच ट्रायल रन भी शुरू हो चुका है.
40 महीने में 40 फ़ीसदी ई व्हीकल चलेंगे
8 अक्टूबर तक इसके ट्रायल पूरे होने के बाद आने वाले 40 महीने में यहां 40 फ़ीसदी व्हीकल चलाने की संभावना बताई जा रही है. ट्रायल पूरा होने के बाद यह विश्व का सबसे लंबा ई हाईवे हो जाएगा. वर्तमान समय में जर्मनी के बर्लिन में 109 किलोमीटर लंबाई का ई हाईवे है. ये खुलने का सबसे बड़ा फायदा गुड़गांव को ही होगा क्योंकि दिल्ली-एनसीआर और जयपुर के बीच में सबसे ज्यादा ई वाहन है.
जिससे दिल्ली से जयपुर के बीच प्रोटोटाइप इमोबिलिटी हाईवे का सफर करना आसान होगा. इसकी तर्ज पर दूसरे ई हाइवे भी बनाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट के लिए अब गुड़गांव से जयपुर के बीच में सिंगल विंडो क्लीयरेंस के तहत चार्जिंग स्टेशन और सार्वजनिक परिवहन का बेड़ा भी तैयार किया जा रहा है.
जिसके लिए नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिकल व्हीकल की तरफ से ईवी वर्किंग ग्रुप भी बनाया गया है. जिसमें ई वाहन और बैटरी निर्माता, चार्जिंग स्टेशन संचालक और एक्सपर्ट आदि को शामिल किया गया है. सरकार द्वारा पहले ही गुड़गांव को इलेक्ट्रिक वाहन के रूप में विकसित करने और नए इलेक्ट्रिक वाहन नीति में भी ऐसे प्रावधान किए गए हैं जिससे आने वाले समय में गुड़गांव इलेक्ट्रिक वाहन के मामले में देश का अग्रणी शहर होगा.
ऐसे में कहा जा सकता है कि लॉन्च के बाद यह हाइब्रिड e-mobility के अत्याधुनिक मॉडल को प्रदर्शित करेगा. इसका टारगेट यह भी होगा कि ट्रायल के बाद आने वाले कुछ ही महीने में इस हाइवे पर 40 फ़ीसदी से अधिक वाहनों को ई वाहन में बदलना है.