दिल्ली मेट्रो : अब रिठाला से गाजियाबाद के बीच इस नई टेक्नोलॉजी की मदद से दौड़ेगी मेट्रो, पूरा हुआ ट्रायल

दिल्ली मेट्रो : दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन कोरिडोर पर ऑटोमेटिक ट्रेन सुपर विज़न सिग्नल प्रणाली का ट्रायल पूरा हो चुका है. और इस नई तकनीक की मदद से अब यहां मेट्रो दौड़ने को तत्पर है. जिसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ ही समय बाद यहां रेड लाइन पर रिठाला से गाजियाबाद के बीच इस नई तकनीक की सहायता से मेट्रो रफ्तार भरने लगेगी.

बता दें कि इस नई तकनीक को दिल्ली मेट्रो रेल निगम और भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने मिलकर तैयार किया है. जिसका ट्रायल पूरा होने के बाद अब डीएमआरसी ने इसे आगे बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है.

क्या है यह स्वदेशी ऑटोमेटिक तकनीक ?

बता दें कि इस नए सिग्नल सिस्टम का नाम CBCT है. जिसके तहत मेट्रो का परिचालन पूरी तरह से स्वचालित होता है. यानी इसके लिए फिर आगे किसी भी चालक की आवश्यकता नहीं होती. इस टेक्नोलॉजी में सिग्नल को एक कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाता है जिसके बाद यह ऑटोमेटिक तरीके से काम करता है.

इस टेक्नॉलजी के तहत मेट्रो जैसे ही स्टेशन पर पहुंची है तो गेट अपने आप ही खुलता है और बंद होता है. ऐसे में अगर सिग्नल में कोई भी कम तकनीकी खराबी आती है. तो मेट्रो की स्पीड भी अपने आप कम होती है. इस विषय में डीएमआरसी के प्रबंधक और निदेशक विकास कुमार ने कहा है कि आने वाले 5 सालों में स्वदेशी सिग्नल प्रणाली से चालक रहित मेट्रो रफ्तार भरने लगेगी. और इससे विदेशी ने कंपनियों से हमारी निर्भरता पूरी तरह से खत्म हो जाएगी.

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