दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक पुलिस का कड़ा पहरा; इन छोटी गलतियों पर भी काटे 30–30 हजार के चालान

Delhi, Delhi Meerut Expressway :— हाल ही में यातायात हेतु प्रारंभ हुआ दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है. क्योंकि एक्सप्रेस वे पर लगातार ट्रैफिक पुलिस का कड़ा पहरा बना हुआ है और यहां वाहन चालकों द्वारा छोटी मोटी गलतियां करने पर भी भारी भरकम चालान काटे जा रहे हैं. जिसके कुछ पुख्ता उदाहरण हाल ही में देखे गए हैं. जहां यातायात पुलिस ने दो प्रतिबंधित ट्रैक्टरों समेत 105 वाहनों के 30–30 हजार के चालान काटे हैं.

इस विषय में यातायात पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि एक्सप्रेस-वे पर दोपहिया, तीन पहिया और ट्रैक्टर ट्रॉली जैसे वाहनों का चलाना बिल्कुल प्रतिबंधित है. और ऐसे वाहनों के यहां पाए जाने पर उनकी चेकिंग कर चालान किए जाने लाजमी है. और अब देखा जा रहा है कि लगातार सख्त चालान बरतने के बाद एक्सप्रेस वे पर इन वाहनों की आवाजाही कम हुई है.

हालांकि सख्त नियमों के बावजूद भी यहां कई प्रतिबंधित वाहनों की आवाजाही देखी जाती है और इन्हें पूरी तरह से रोकने के लिए सख्त चालान किए जाने आवश्यक है. अन्यथा आम जनता इसका महत्व नहीं समझ सकती.

क्यों प्रतिबंधित है दोपहिया और तिपहिया वाहन ?

गौरतलब है कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन जैसे कि बाइक स्कूटी समेत बैलगाड़ी ऑटो अथवा कोई भी ट्रैक्टर ट्रॉली जैसे वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित है. अगर आप इन वाहनों को लेकर एक्सप्रेस वे पर यात्रा करते हैं तो ट्रैफिक पुलिस अवश्य ही आपका भारी भरकम चालान काट देगी.

ऐसा इसलिए क्योंकि इन वाहनों की स्पीड चार पहिया वाहनों की स्पीड के तुलना में काफी कम होती है और एक्सप्रेस वे पर अधिकार से चार पहिया वाहन बेहद स्पीड से चलते हैं. जिसके चलते यहां दुर्घटना होने की संभावनाएं बढ़ जाती है.

जैसा कि हम सभी जानते हैं एक्सप्रेस-वे के निर्माण का मुख्य उद्देश्य ही यहां चार पहिया वाहनों की आवाजाही को बेहतर करना था. ऐसे में छोटे वाहनों अथवा तिपहिया वाहनों की स्पीड को चार पहिया वाहनों के साथ ला पाना एक मुश्किल काम है. और इसी के चलते इन्हें यहां प्रतिबंधित किया गया है.

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